Monday, 7 September 2020

" कॉन्फिडेंस" !

           "  कॉन्फिडेंस"       

               मैने सिर्फ़ नाम सुना था पर जानता नहीं था कि कॉन्फिडेंस इतना पॉवरफुल होता है ! वक्त के साथ अक्ल का ताल मेल बिगड़ जाए तो कुंडली में शनि  बैठ जाता है ! कॉन्फिडेंस हो तो ऑक्सीजन लेवल कम होने पर भी बंदा बच जाता है ! पिछले तीन साल से देश  कॉन्फिडेंस से ही चल रहा है !  मै इसकी पॉवर देखकर हैरान हूं  ! खाली पेट डकार मारना सबके बस की बात नहीं ! यहां तो डिलीवरी के १५ दिन बाद ही एलपीजी सिलेंडर संदिग्ध लगने लगता है! सितम देखिए, गैस एजेंसी आपको दोषी ठहरा देती है -" यहां से पूरा सिलेंडर जाता है, आप रेगुलेटर बदलवाएं "!. 
     देश कॉन्फिडेंस से ही चल रहा है ! जिनमें अपार कॉन्फिडेंस है वो चला रहे हैं,और जिनके कॉन्फिडेंस का सिलेंडर खाली है वो चल रहे हैं ! कुछ लोगों का कॉन्फिडेंस बाढ़, भूकंप, सूखा , बर्ड फ्लू जैसी महामारी में ही एक्टिवेट होता है !दरबार श्री  आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं,किंतु  एक्ट ऑफ गॉड रोड़ा बन जाता है ! भगवान का दिया हुआ सब कुछ है देश में, पर जनता को ठीक से जीना नहीं आता, वरना कब की आपदा दूर हो जाती !
    कल पेट भर खाना खा कर डकार लेते हुए  ' वर्मा जी' पड़ोसियों को समझा रहे थे , " सकल पदारथ है जाग मा ही ! कर्महीन नर पावत नाहीं!" पड़ोसियों में कई लोग बेकारी का अज्ञातवास काट रहे  थे, उन्हें वर्मा जी के जेठ में उतरे सावन का " अद्वैतवाद" समझ में ना आया और वो मारपीट पर आमादा हो गए ! तबसे वर्मा जी का कॉन्फिडेंस संक्रमित हुआ पड़ा है !
    खैर, मै कॉन्फिडेंस की बात कर रहा था ! हर आदमी में इसका लेवेल अलग अलग होता है । युवा वर्ग में किसी किसी का कॉन्फिडेंस इतना ज़बरदस्त होता है कि अगर उसे गर्लफ्रेंड के बर्थडे पर गिफ्ट देना हो तो वो सोते हुए अब्बजान की जेब तक काट लेते हैं! उनका कॉन्फिडेंस इतने पर ही नहीं रुकता, वो गर्लफ्रेंड को गिफ्ट देकर अपने विलक्षण कॉन्फिडेंस का सारा श्रेय अब्बा जान को देते हुए गाते भी हैं, -" पापा कहते हैं बड़ा काम कर करेगा "!  ( किया तो!)
        क्या बताऊं, पहले मेरा कॉन्फिडेंस गरीबी रेखा के नीचे हुआ करता था ! कॉन्फिडेंस इतना कुपोषित था कि मैं शरीफ आदमी होकर भी पुलिस को देखकर डर जाता था !  बट गॉन द डेज ! अब बड़ा आत्मनिर्भर क़िस्म का कॉन्फिडेंस रखता हूं! अब तो ऐसा कॉन्फिडेंस है कि पुलिस को देखकर  घबराने की जगह मुस्कराता हूं ! और,,,,मुझे मुस्कराते देख पुलिस वाला घबरा कर सोचने लगता है, ' मुझे देखकर मुस्करा रहा है, शरीफ़ आदमी तो नहीं हो सकता! हो ना हो जेबकतरा या चैन स्नैचर होगा ! दुख भरे दिन बीते र भैया,,,,,,,"!

   ( ऐसे कॉन्फिडेंस के लिए आजकल हिंदी न्यूज चैनल देख रहा हूं !)

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