मैं अभी नींद की गिरफ्त में ही था चौधरी आ गया ! उसने मुझे झकझोरते हुए कहा, -' उरे कू सुण भारती ! इब तक उपले की तर्या चपटा हुआ पड़ो है, इब अपणे आप कू ठा ले खाट ते '!
मै हडबडा कर उठ गया, -' राशन आ गया क्या ?'
'नही, चोरी हो गया , घणी चोरी बढ गी देश मेें '!
' पर चोरी हुई कब ?'
' तारीख तो कांग्रेस वाडे बताएंगे '!
'राशन बांटने का काम कांग्रेस को मिल गया क्या?'
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