Friday, 26 March 2021

की "खेला" होबे !

         की - "  खेला "   होबे !

               अब इसका जवाब तो कोई  खिलाड़ी ही दे सकता है , मै तो ( सियासत वाले) खेल में अनाड़ी हूं ! आजकल हर कोई  'खेला होबे' की आशंका जता रहा है। कमाल है, गरीब टोला में ही फाग खेला जाता है । एक तो खेल खेल में  "दीदी" का पैर तोड़ा, ऊपर से उनके दर्द  की खिल्ली उड़ा रहे हो ! अब अगर उन्होंने गुस्से में कह दिया कि - "खेला होबे" तो सारी मीडिया ततैया की तरह टूट पड़ी । 'हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम,,,,, ' - वाली स्थिति है ! अब सारे विरोधी पिचकारी लेकर दीदी को घेर कर है रहे हैं, " आज न छोड़ेंगे ममता दीदी - खेलेंगे हम होली ! चाहे मानो होली दीदी, चाहे मानो ठिठोली '! इस घातक ठिठोली को समझने वाले समझ रहे हैं, ना समझे वो अनाड़ी है!
            .         सत्ता का विरोध जब बगावत मान लिया जाए तो प्रजातंत्र शरसैया पर लेट जाता है , - ' चलो रे डोली उठाओ कहांर,,,,!' अश्वमेध यज्ञ का घोड़ा अब बंगाल में हिन हिना रहा है  ! दीदी जानती है कि  उसके साथ - की खेला होबे ,  पर नक्कारखाने में तूती की आवाज़ सुने कौन ! 'दादा' के सामने 'दीदी' पैर में पलस्तर बंधवाए विलाप कर रही है ,- ' इन्हीं लोगों ने लै लीन्हा दुपट्टा मेरा "! पूरा बंगाल "सोनार बांग्ला" होने के लिए कतार में खड़ा हो गया है ! कोरोना घबरा कर वहां से निकल भागा है और आदेशानुसार दिल्ली और महाराष्ट्र  में चटाई बिछा चुका है ! सोनार बांग्ला के लिए मानसून भी आदेश की प्रतीक्षा कर रहा है कि कब रामराज का आगमन हो, और वह सारा विकास उड़ेले ! भिखारी तक को सोनार बांग्ला से काफ़ी आशाएं हैं, -'  शोनार बोंगला में अमी कार में बैठ कर भीख मांगबे "!
                 पहले चरण का विकास हो चुका है , दो चार बूथों पर मार कुटाई की ख़बर है ! विपक्षी नेता आरोप लगा रहे हैं कि इस बार बंगाल में सबसे कम हिंसा हुई है ! ( मलाल नहीं होना चाहिए क्योंकि -' पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त -'! ) आज होली है, इसलिए आज़ कोई खेला नहीं होबे ! सारे दिग्गज खिलाड़ी चुनाव में लगे हुए  हैं ! ऐसी ऐसी गुगली और यार्कर " फेंका " जा रहा है , जिसे सुनकर विद्वान सकते में हैं और इतिहास सदमे में ! अभी विकास बस शुरू हुआ है, आगे आगे देखिए फेंकेंगे क्या !! खेल बडा होबे , क्योंकि राष्ट्रीय खिलाड़ी के मुकाबले अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी खड़े हैं ! अभी उन्होंने अपने सारे पत्ते खोले नहीं हैं !  वो स्वस्थ हैं, संतुष्ट है और जानते हैं कि बहुमत को " सोनार बांग्ला" चाहिए ! तो,,, ले लो, वो तो कब से आवाज़ लगा रहे हैं -" ले लो चंपा चमेली गुलाब लई लो"!
                      "दीदी" व्हील चेयर पर है और तमाम खिलाड़ी होली मनाने के मूड में ! सारा विपक्ष दीदी को घेर कर "खेला होबे" का शोर मचा रहा है। कमबख्त होली को भी आज़ ही आना था ! खेल शुरू होने से पहले ही जनता को स्टेडियम से बाहर निकाल दिया गया ! दर्शकों से कह दिया गया कि आंख पर नहीं, कमेंट्री पर भरोसा करें! अब कमेंट्री की जिम्मेदरी मीडिया को दी गई है, जो पूरी ईमानदारी और भक्ति भाव से कमेंट्री कर रही है, " प्रथम चरण का " खेला" हो चुका है ! "बाबा" के मुकाबले  "दीदी" का मनोबल स्ट्रेचर पर पीछे पीछे चल रहा है ! जनता को परिवर्तन चाहिए, और बंगाल को सोनार बांग्ला ! सोनार बांग्ला होते ही आम के पेड़ों से चावल की बोरियां टपकने लगेंगी और बंगाल की खाड़ी से मछलियां निकल कर हावड़ा ब्रिज पर बैठ कर गाने लगेंगी, ' दुख भरे दिन बीते रे भइया , अब सुख आयो रे - सोनार बांग्ला का 'रसोगुल्ला' लायो रे "!
          किराए का टोटा है वरना बंगाल चला जाता ! सच कहूं, सोनार बांग्ला देखने के लिए जिया बेकरार है ! कल चौधरी भी मुझ से पूछ रहा था, " उरे कू सुण भारती ! तमै
 कछु पतो है "?
   " हां, दिल्ली और महाराष्ट्र में लॉकडाउन के आसार हैं, कोरोना है कि मानता नहीं"!
    " परे कर कोरोना कू ! मै विकास की बात करूं सूं अर तमैं कोरोना सूझ रहो ! नू बता - अक- यू सोनार बांग्ला किस तर्या बनाया ज्यागा !"
 " बड़ा मुश्किल सवाल है ! मैं नहीं बता पाऊंगा ! रुकावट
के लिए खेद है '!
      " क्यों ?"
   " क्या बताऊं, मैंने कभी किसी को ठीक से उल्लू तक नहीं बनाया- सोनार बांग्ला कैसे बनाऊंगा "!
        " फिर कूण बना रहो ?"
" इतनी दूर से कैसे बताऊं ! जाकर देखना पडेगा ! वैसे जहां तक बनाने की बात है तो कुछ लोगों को तो बहाना बनाना भी नहीं आता ! और कुछ लोग दूसरे देश जाकर लोगों को उल्लू बना कर लौट आते हैं "! 
       चौधरी बिलकुल कन्विंस नहीं है ! सारा देश खेला होबे को अपने अपने चश्में से देख रहा है। इस बको ध्यानम में किसी को अपने आस पास का खेला बिलकुल नहीं नज़र आ रहा ! कुछ लोग पूरी चतुराई से कोरोना कोरोना खेल रहे हैं ! देश में नाना प्रकार के खेल हो रहे हैं, पर नज़र बंगाल पर टिकी है। सुकई चच्चा बुधई से पूछ रहे हैं, " ई सुनार बांग्ला में सारे सुनार रहेंगे या राशन की दुकान भी होगी?" 
     " अरे चच्चा ! सोच कर काहे वजन घटाए हैं। बहुत दूर का मामला है - का पता, राशन न दें ! "
        दीदी का खेला भी हाई प्रोफाइल है, धक्का मुक्की में लगी चोट पर चढ़ा प्लास्टर उतरने का नाम नही ले रहा।  इसी प्लास्टर को लेकर देव दानव दोनो चिंतित है ! प्लास्टर ने दीदी को व्हील चेयर पर और टी एम सी को मुख्य धारा में ला दिया है ! ये देश का वो सौभाग्यशाली प्लास्टर है जो किसी के लिए वरदान और किसी के लिए अभिशाप बन गया है ! ऐसा प्लास्टर है जो विरोधियों के सुखद सपनों पर कोरोना बनकर गिरा है ! जैसे जैसे प्लास्टर दीर्घ जीवी हो रहा है, विरोधी खेमें में गठिया रोग बढ़ रहा है ! अब इसी प्लास्टर पर बंगाल  का भविष्य टिका है ! "सोनार बांग्ला" के अश्वमेध यज्ञ का घोड़ा इस प्लास्टर के आगे लाचार खड़ा है ! जनता को प्लास्टर वाला पांव नज़र आ रहा है, व्हील चेयर के पीछे मक्खी उड़ाता दुखियारा "घोड़ा" नहीं नज़र आ रहा !  "सोनार बांग्ला" का सारा तिलिस्म इस घायल पैर के नीचे दब गया है ! व्हील चेयर और प्लॉस्टर चिरंजीवी होते जा रहे हैं ! "बाबा जी" सारे नुस्खे बेअसर हो रहे हैं!!

  "ठीक" होने के लिए "पैर" है कि मानता नहीं !

                         (  सुलतान भारती )

1 comment: