अचानक इन्द्र ने हाथ उठा कर रंभा को डांस रोकने का इशारा किया ! रंभा ने चैन की सांस ली, उसने घुटनों पर ऑर्थो ऑयल की मालिश करनी शुरू कर दी ! पैंतालिस मिनट से लगातार नाचने से कमबख्त घुटनें कत्थक करने लगे थे ! महाराजा इंद्र रिक्रिएशन हॉल से उठ कर कॉन्फ्रेंस हॉल की ओर चले गए ! उधर रंभा से दूसरी नर्तकी उर्वशी पूछ रही थी, " हिज हाईनेस का मन कत्थक में लगा नहीं !"
' हां, उनका मन कत्थक में नहीं किसान आंदोलन में लगा है बहन ! "
" चलो इसी बहाने अपनी कैजुअल लीव सैंक्शन हो जायेगी ! बहुत दिनों से कश्मीर जाना नहीं हुआ "!
उधर,,,,, कॉन्फ्रेंस रूम में देवराज इन्द्र आईटी सेल के प्रमुख से पूछ रहे थे, " किसान आन्दोलन की लेटेस्ट पोजीशन क्या है भद्र "?
" बहुत आनंदमय खबर है, किसान घी में तर बतर मक्के दी रोटी और सरसों दा साग खा रहें हैं ! हमारा पूरा आईटी सेल आज वहीं छक कर आया है "!
" तुम आंदोलन तोड़ने गए थे या रोटी तोड़ने ?"
" आपने ही कहा है कि उनके अन्दर घुस कर खबर लाओ ! आज कुछ ज़्यादा ही अंदर घुस गया था " !
" अंदर की क्या खबर है?"
" दुश्मन की सप्लाई लाइन बहुत मजबूत है। खाने पीने की कोई कमी नहीं है। बाईस दिन बाद भी उनकी तादाद घटने की जगह बढ़ रही है ! लेकिन,,,, किसान आंदोलन दो तीन दिन में खत्म हो जायेगा !"
" वो कैसे ?"
" मुझे भी नहीं मालूम ! मगर आपने कहा था कि आकर खुश खबरी बताना , मैंने वही बताया !"
इंद्र ने घूर कर देखा , " लगता है कि तुमने राक्षस दल से सांठ गांठ कर ली है ! तुम्हारा कोरोना टेस्ट करवाना पड़ेगा ! जब बगैर सैलरी के छे महीने के लिए सरकारी अस्पताल में कोरेंटाइन रहोगे तो उम्मीद है कि मुझे किसी दधीचि के पास नहीं जाना पड़ेगा ! हड्डी और किडनी दोनो तुम्हीं से मिल जायेगी"!
" त्राहिमाम ! त्राहिमाम !!"
इंद्र देव ने वायुदेव ' से पूछा , " नारद जी के बारे में कोई इनफॉरमेशन ? '
" कदापि नहीं ! एक बार तो सोचा कि कहीं दुबारा " नारद मोह " का कांसेप्ट ना हो, मगर शादी से लेकर स्वयंवर तक छान डाला- कहीं मिले नहीं ! "
" कहीं किसान आंदोलन की समर्थक मीडिया से तो नहीं मिल गए ? "
" विपक्ष उन्हें इतना बड़ा पैकेज नहीं दे सकता देवराज ! ये तो हम हैं जो इतने सारेसफ़ेद हाथी पालते हैं ! "
देवराज ने आईटी सेल के मुखिया पर निशाना साधते
हुए कहा," हमारी मीडिया नाकारा लगती है ! कभी कभी तो मुझे लगता है कि वो मुझसे भी सच छुपाते हैं ! अग्नि देव आप क्या कहते हैं !"
" मुझे भी कुछ ऐसा ही फील होता है ! भूलोक के इतिहास में पहली बार अन्नदाता किसान हमारे खिलाफ आंदोलन पर उतरा है !"
" मगर हमारा आईटी सेल तो कहता है कि वहां किसान नहीं खालिस्तानी और पाकिस्तानी बैठे हैं !"
" तो उन्हें बॉर्डर पर रोका क्यों नहीं ? देवराज ! आखिरकार इन तीन कानून को वापस लेने में क्या दिक्कत है ?"
इंद्रदेव बड़बड़ाए, " तुम्हें कैसे समझाऊं - बडे़ नासमझ हो !" फिर ज़ोर से बोले - ' इस आग के पीछे विपक्ष की माचिस है! हमारे आईटी सेल का चरित्र देखो, सैलरी हमसे लेता है और मक्के दी रोटी सरसों दा साग सिंघू बॉर्डर पर खाता है ! इन्हें कोरोना की भी शरम नहीं है ! इसकी सजा मिलेगी - बराबर मिलेगी ! कितने आदमी हैं ?."
" दो आदमी !" अग्नि देव बोले ," सिर्फ दो आदमी , जिनकी वजह से ये सारा "कोरोना" है !"
देवराज अभी भी धर्मसंकट में है !
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