Tuesday, 17 May 2022

हास्य व्यव्यंग्य ( कविता एक कटी हुई नाक)

             * एक कटी हुई नाक *
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मौसम बड़ा सख्त था।
दोपहर  का  वक्त था!

अशोक वाटिका में लंच ब्रेक चल रहा था!
लैपटॉप में रावन बजरंगी भाईजान देख रहा था !!

तभी उसके फोन पर मिस्काल आया !
उधर से शूर्पनखा के फिवरेट कॉलर ट्यून 

मुश्किल कर दे जीना ! इश्क कमीना!!

फिर उधर से  शूर्पनखा  की आवाज़ आई!
उसने रोते हुए नाक कटने की व्यथा सुनाई!


दुश्मन की तलवार दुधारी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!! 


रावण अवाक था ! ये तो माथे पर दाग था!!
वैसे रावण निडर था पर सोशल मीडिया का,,,!

नाक  की  न्यूज  नेशनल   ना  हो ।जाए ।
कटी नाक का विडियो वायरल न हो जाए !!

        रावण ने दिमाग़ लगाया
पहला फ़ोन जो वाइडन को लगाया! !

रावण बोला अंकल सैम आज तो बाज़ी पलट गई!
दिन दहाड़े बहन की नाक कट गई !!

सुन कर widon ने अप उप ठहाका लगाया।
फिर रावण को हिन्दी में समझाया !!

भतीजे तुम अक्ल मंद नही खोते हो !
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

वैसे सौ पर भारी हो पर कितने पिछड़े प्राणी हो !
एक नाक ही काटी थी,,,,,,,,,,,,, !

नई  सभ्यता  वरण  करो !
पश्चिम का अनुशरन करो !

अमेरिका में महिलाओं की रफ्तार,,,,,,,,। !

जानता हूं नाक का कटना अपमान का फसाना है !
पर यह तो लक्ष्मी बाई का नहीं,,,,,,,,,!!

Vidon की बात सुन रावण खिन्न था !
नाक का इशू अब सतयुग से भिन्न था !!

              (  2 )
तभी उसे अपने गुरु की याद आईं!
अगली कॉल जेल में बंद एक संत को लगाई !

रावण ने नाक कटने की व्यथा सुनाई !
उधर से संत बोले इतना सन्नाटा,,,,,,,,,,!!

रावण झुंझलाया, सन्नाटा नहीं तो क्या थहाका लगाऊं
नाक कटी है तो क्या जश्न मनाऊं!!

हमे तो अपनो ने लूटा,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, उस्तरा बहुत,,,,,!!

खैर तुम शूर्पनाखा को मेरे पास भेज दो !
मैं उसको योगा सिखाऊंगा!
जमानत मिली तो अगला वैलेंटाइन!
श्री लंका में मनाऊंगा !!

दुनियां हमें देख कर जलेगी! शूर्पनाखा तो,,,,,,,,,!!

ईश्वर ने कितनी सुंदर जोड़ी, बनाई है,!
कुंडली का मैच देखो हम दोनों ने ही,,,,,,,,,,,,,,!!

संत का  प्रलाप सुन रावण हताश था !
कुंडली में शायद आज शनि का निवास था!

   ।।।।          (   3  )      ।।।।।

अचानक उसे अपना फैमिली फ्रेंड याद आया !
आखिरी फ़ोन उसने इमरान खान को लगाया !!

उधर से हिंदी में गाने की आवाज़ आई -
' मोहे पनघट पे नंदलाल छेड़ गयो रेट '!

रावण ने हैरत से पूछा - सारी पाक जनता
हिंदी गाने दोहराती है!
इमरान भाई आपको शर्म नहीं आती है!!

फिर रावण ने अपने दर्दे दिल की वजह बताई,
शूर्पणखा की नाक कट गई क्या करूं इमरान भाई!

इमरान खान बोले, ' बहन ने हादसे का दर्द तो
बाटा होगा!
नाक तो ज़रूर किसी इंडियन ने काटा होगा !!

रावण उछल पड़ा, वाह भ्राता श्री! क्या आला दिमाग़
पाया है!
आख़िर ये आइडिया आपको कैसे आया है!!

इमरान खान धीरे से बोले, बात शर्म की है 
इसलिए अब तक नहीं बताया है !!
अरे, काश्मीर से कारगिल तक हमने
नाक ही कटाया है!!

तुमने पहली बार कटाया,,,,,,,,,,,
,,,,,,,,,,,,।   N,,,,,,,,,,।    ,,,,,,,,,,!!

भारत के हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई
आपस में लाठियां चलाते हैं!
लेकिन पाकिस्तान की नाक काटनी हो
तो सारे एक हो जाते हैं !!

उनकी इसी विभिन्नता की एकता से
हम अपनी नाक कटा बैठे !
कश्मीर हड़पना दूर पूर्वी पाकिस्तान
गवां बैठे!!

ताकत वर दुश्मन को फौरन दोस्त बना लो
अच्छा है !
बार बार न कटे नाक- एक बार कटी है
अच्छा है!!

अब ऑप्शन खत्म हो चुके थे, रावण ने हताश होकर शूर्पनाखा को फोन मिला कर समझाया -

बहन   नाक  का  निवारण  नही है मेरे बस की !
यूं समझो कि - बहुत कठिन है डगर पनघट की !!

          ( सुलतान भारती) 



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