एक स्वस्थ समाज की संरचना के लिए आधार, निर्माण, संवर्धन और सशक्तिकरण में प्रथम भूमिका निभाने और अपराध, करप्शन तथा भय मुक्त समाज के ख्वाब को अमली जामा पहनाने के लिए जान पर खेलने वाले प्रत्रकार प्रजातंत्र के प्राण और प्रहरी होते हैं! उपभोक्ता वादी संस्कृति तथा अपराध और सियासत के बढ़ते गठजोड़ ने आज के पत्रकारों को ज़िम्मेदारी और जानलेवा खतरों के घेरे में खड़ा होकर अपनी भूमिका निभाने की चुनौती का चक्रव्यूह दे दिया है!
मेरी दिली ख्वाहिश है समाज और देश के कीट नाशकों के सफाए में लगे इन बहादुर पत्रकारों के साथ कुछ पल बिताकर मैं भी खुद को सम्मनित और गौरवान्वित महसूस करूं! मैने इन्ही खतरों की परछाइयों तले पत्रकरिता के पैंतीस साल निकाले हैं! क्षेत्र के प्रतिष्ठित विद्वान् प्रखर बुद्धिजीवी, समाज सेवी और अवध के प्रख्यात कवि कर्म राज शर्मा 'तुकांत' की सदारत में कल ( 05.11.2022) शनिवार को (समय एक बजे दिन) हम एक विचार विनिमय संगोष्ठी में बैठेंगे !
आप मेरे आवास ( पटेला गांव,तहसील बल्दीराय) आकर बैठेंगे तो मुझे यकीनन आपके साथ वक्त बांट कर अजहद खुशी होगी ! चाय की चुस्की और नाश्ते के बीच हम अपने परिचय और अनुभव भी साझा कर लेंगे !
तो,,,,आ रहे हैं न आप ?
आपका अपना
सुलतान "भारती"
जर्नालिस्ट और साहित्यकार
(मुंशी प्रेमचंद साहित्य सम्मान से सम्मानित)
9899962243 9310608221
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