Tuesday, 12 April 2022

(व्यंग्य भारती)। निंबुडा निंबुड़ा निंबुडा !

(व्यंग्य भारती)   " निंबुड़ा निंबुड़ा निंबुड़ा"!!!

            मैं निंबू का विरोधी नहीं हूं ! निंबू शायद मेरी फूड चेन में सबसे ऊपर है! मैं निंबू रोज़ इस्तेमाल करता था, पर विगत तीन दिन से नींबू  मुझे निचोड़ रहा है ! वैसे आत्मनिर्भर तो मैं तीन साल पहले ही हो गया था, लेकिन इधर रमजान और नवरात्रि के संगम में निंबू ऐसे टपका कि मंहगाई विश्वगुरु होते होते बची। फिर भी मैं निंबू की निन्दा नही करना चाहता था, क्योंकि मंहगाई तो आत्मा की तरह अजर अमर है!  न आग इसे जला सकती है, न पानी इसे डुबो सकता है! ( बल्कि कई सरकारें इसमें खामखा डूब गई हैं! ) ऐसा भी नहीं है कि देश पहली बार मंहगाई की मुंह दिखाई दे रहा है! हकीकत तो ये है कि महंगाई विपक्षी दलों के लिए जीवनदायिनी ऑक्सीजन की तरह है! इसलिए हे पार्थ ! नींबू के महंगा होने का शोक मत करो ! कभी तुम नींबू को लटकाते थे -आज़ नींबू ने तुम्हें लटका दिया है!
         विचित्र खबरें आ रही हैं , गिनीज़ बुक वाले सकते में हैं! यूपी की एक सब्ज़ी मंडी की ख़बर है, चोरों ने पूरे पचास किलो नींबू का बोरा चुरा लिया ! पूरा प्रदेश सकते में है - गजब भयो रामा जुलम भयो रे। भरे अप्रैल में कलियुग आ गया !! प्रशासन सकते में है, बुलडोजर खुद बाबा से पूछ रहा है,.. ' किसके गोदाम की कपाल क्रिया करनी है?' प्रदेश के निंबू व्यापारी अपना अपना गोदाम टटोल रहे हैं कि कहीं चोर ने निंबू का बोरा इधर ना छुपा दिया हो! बुलडोजर ने व्यापारी को भी सात्विक बना दिया है ! कभी ख़्वाब में भी नहीं सोचा था कि नींबू का दाम सुनकर एक दिन आदमी का चेहरा पीला पड़ जाएगा ! अगर यही स्थिति रही तो कुछ दिन बाद लोग निंबू को लॉकर  में  रखने  लगेंगे  और अखबारों में खबरें  कुछ  इस  तरह होंगी,--' एयरपोर्ट पर अमेरिका से आए एक तस्कर के पाजामे से आधा किलो नींबू बरामद -!' ब्रेकिंग खबर ये भी हो सकती है , - ' चीन से आए नकली नींबू के पचास कंटेनर पकडे गए ! भारतीय अधिकारियों ने चीन के राजदूत को कसकर फटकार लगाई ! राजदूत ने घिघियाते  हुए सफाई दी, - ' क्या करूं सर ! दिल है कि मानता नहीं ! "
           परसों वर्मा जी नाराज़ होकर मुझसे कह रहे थे, -'' अभी तक दुनियां यही जानती थी कि निंबू सिर्फ दूध फाड़ता है , लेकिन आज सबको पता चल गया कि नींबू का दाम सुनकर  भी बहुत कुछ फट जाता  है !" मेरा अपना सरदर्द है, वर्मा जी का अपना ! रमज़ान में निंबू करैले की तरह नीम पर चढ़ा बैठा है ! ऐश्वर्या राय ने 'निंबुड़ा निंबुड़ा' गाकर नींबू का भाव बढ़ा दिया ! जानें कौन सा निगोड़ा नींबू था़ जिसे बेचने के लिए  ऐश्वर्या ने ऐसा गाना गाया था ! आज़ मंडी में नींबू ऐश्वर्या राय की तरह सेलेब्रिटी हुआ पड़ा है और आदमी टूटे मनोबल के साथ सकुचाया हुआ दुकानदार से पूछ रहा है,- ' निंबू क्या भाव है?'' निंबू से ज़्यादा दुकानदार का पारा चढ़ा हुआ है,- ," दो सौ सत्तर रुपए हैं जेब में !!"  दाम सुनकर ग्राहक को लगता है कि सायकल का पिछला पहिया पंचर हो गया है ! वो धीरे से पीछे हटता है और  दुकानदार अपराजेय  होकर पीछे से बोली बोलता है ,- ' घर में नहीं दाने , अम्मा चली भुनाने -''!
        चार दिन पहले अवध ( सुल्तानपुर) के पत्रकार सनाउद्दीन ने निंबू के नेशनल रुतबे के हिसाब से अपने पत्रकार मित्रों से रेट जानना चाहा तो सारे देश की मंडियों का जो तापमान नापा गया, उसके मुताबिक स्वस्थ हिमोग्लोबिन  वाले  नींबू  280/ से  300/ रुपए प्रति किलो ! विकलांग नींबू 200/ से 230/रुपए प्रति किलो, और गन्ने  के जूस में इस्तेमाल होने वाले सूखा पीड़ित नींबू का रेट दस रुपया प्रति नींबू पता लगा।! लगता है जैसे विश्व गुरु होने की सबसे ज्यादा जल्दी "नींबू" को ही है !

वो गाना याद आ रहा है - प्यास भड़की है सरे शाम है जलता है जिगर -! प्यास भड़की है तो जिगर पर एक चुटकी नमक डाल दो ! जिगर से कह दो कि नींबू से दूर रहे, दिल जलता है तो जलने दे,,,,,,,! बारह रोजे निकल गए ,  तेरहवे रोजे की पूर्व संध्या पर बेगम ने पंद्रह रुपए देते हुए मुझे आदेश दिया, - " मिस्टर भारती ! कहीं से भी तीन  नींबू खरीद कर लाओ "! तब से ऐसा लग रहा है गोया किसी ने कांग्रेस के डैमेज कंट्रोल करने का काम मुझे दे दिया है ! इतना पसीना तो हातिमताई को भी उस दिन  न आया होगा, जब हुस्न बानो ने उन्हें सात सवालों का जवाब लाने को कहा था !

          काश ! आज़ मेरे हाथ में अलादीन का चिराग होता !! ओ भूमंडल के सस्ते निंबुओं - आवाज़ दो कहां हो !! त्राहिमाम दोस्तों ! मैं अभी भी सब्जी मंडी में घूम रहा हूं ! बगैर नींबू  खरीदे घर जाऊं कैसे !!

                       ( सुलतान भारती)

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