बंट जाओ प्लीज, थोड़ा काटना है!
मनसुख पान भंडार की दुकान पर दो लोग आपस बतिया रहे थे !
"अब का बताएं भैय्या, हंगामा सा बरपा है ! कोई काटने वाला है, जो लोगों को काटने की घात में हैं ! वो काटने के अलावा और कुछ नहीँ करता - '! !
" कुछ भी नहीं करता?"
" पिछले चुनाव में मंगलसूत्र छीन रहा था, बड़ा ढीठ है-"!
" पुलिस से मिलीभगत होगी चचा -"!
" सरपंच जी के दरवाज़े कल जो नेता जी आए थे, उसके पहले किसी को भनक भी नहीं लगी थी कि 'कटहवा बाबा' आने वाला है-!"
"का भवा पंचायत मा -"?
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