Friday, 17 February 2023

ग़ज़ल

ग़ज़ल।       " शिकवा   और  "सवाल"

सर्द  रातो  में  पसीना  मुझे आता  क्यूँ है !
नींद में ज़ख्म का चेहरा नज़र आता क्यूँ है!!

जो मिरे ख्वाब की ताबीर नहीं बन सकता!
वो  तसौवर में  मिरे बार बार आता  क्यूँ है !!

सनद इकरार या इंकार  की  कोई भी नहीं!
फिर कोई मेरी  तरफ उंगली उठाता क्यूँ है!!

मैं भी इंसान हूं खुशियों की जुस्तजू भी है!
फिर मिरे हिस्से में ये दर्द  जियादा  क्यूँ है  !!

हर एक दर पे तो झुकता नहीं है सर  मेरा!
इतनी खुद्दारी किसी एक को देता  क्यूँ  है!!

हर  गुनाहगार  को  बक्शेगा  तेरा  वादा है !
फिर ये आमाल फरिश्तों से लिखाता क्यूँ है !!

मेरे ख़्वाबों में कोई रोता है  सिसकी  लेकर!
क्या पता ज़ख्म और पहचान छुपाता क्यूँ है!!

जिंदगी एक तमाशे के सिवा कुछ भी  नहीं!
मौत बरहक है  भला मौत से डरता क्यूँ है !!

शरीक अपनी खुशी में सभी इंसान को कर!
सबब मज़लूम के अश्कों का  बनता क्यूँ है!!

अश्क भी आग से कमतर नहीं होते"सुल्तान"!
इस  हकीकत से भला आंख चुराता  क्यूँ है  !!

"गोरखाओं का दर्द फिर हरा किया गया"

 "गोरखाओं का दर्द फिर हरा किया  गया"!

           पिछले दिनों - " गोरखा भारतीय ग्यारह जनजाति महासंघ"  के बैनर तले काफी तादाद में गोरखा लोग दिल्ली के जंतर-मंतर मन्तर पर धरने में नजर आए ! प्रेस के लोगों से  उन लोगों ने अपने दुख दर्द को  साझा किया और  साथ ही जंतर-मंतर पर आने का कारण भी  बताया ! संगठन के कई वक्ताओं के  बयान से पता चला कि ब्रिटिश काल से  भारत की सशस्त्र सेनाओं के साथ दुश्मनों के दांत तोड़ने वाले इन वीर गोरखाओं के आत्मसम्मान को  ठेस पहुंचाने वाला बयान दिया गया है!
      दरअसल पिछले महीने तेरह जनवरी 2023 को  सुप्रीम कोर्ट के  एक  न्यायाधीश ने  बयान दिया कि -'  सिक्किम में रह रहे गोरखा नेपाल से आए हुए हैं-'! बस सिक्किम के  निर्माण मे महत्पूर्ण भूमिका निभाने वाले गोरखा आक्रोशित हो गए! संगठन के महासचिव और बुद्धिजीवी नेता एंड्रयू गुरुंग कहते हैं-' कौन  नहीं जानता कि सिक्किम को भारत का राज्य बनाने मे हम गोरखा ओं ने कितनी  कुर्बानी दी है! और आज हमारी पहचान पर उंगली उठाई जा रही है!"
     संगठन की एक और वक्ता आशा देवी कहती हैँ,- 'हम भारतीय हैँ और हमारे दादा ने खुद आजादी की लड़ाई में अपनी कुर्बानी दी है! बार बार हम से हमारी पहचान क्यों पूछी जाती है ?' एंड्रयू गुरुंग ज़ज के बयान पर एक गंभीर सवाल उठाते हुए कहते हैं,-' इतना बड़ा बयान सरकार के समर्थन के बगैर कोई कैसे दे सकता है ?'
    कौन देगा एंड्रयू गुरुंग के सवाल का जवाब!!

Friday, 10 February 2023

( व्यंग्य भारती) " मानदेय"

     (व्यंग्य भारती)

          " मानदेय"

              अब कैसे कहूँ कि कोरोना ने कवियों को कितना शोषित किया और साहित्यकार को कितना क्रोधित! वैसे शोषित होने के बाद इंसान क्रोधित होता ही है, किंतु वो  शोषण करने वाले पर कम और ईश्वर पर 



Monday, 6 February 2023

प्रार्थना पत्र

सेवा में 
 थाना प्रभारी अधिकारी 
 ओखला इंडस्ट्रियल एरिया 
फेज 2 दिल्ली 

सन्दर्भ :  नशेड़ी बेटे से परेशान माँ की फ़रियाद!
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आदरणीय ऑफिसर,
               विनम्र निवेदन है कि  मेरा बेटा प्रीत कुमार नशा करता है और अब अकसर घर से  पैसा भी  चुरा लेता है ! समझाने की सारी कोशिश बेकार गई! हम क्या करें ! 
  अक्सर घर बहुत देर से आता है! डरते हैं कि कहीं गलत संगत मे न पड जाये। नशा छोड़ता ही  नहीं। 
मैं समझा कर हार गई। एक ही बेटा है, क्या करूँ कुछ  समझ में नहीँ आता।
    निवेदन है कि यदि कल को प्रीत कुछ गलत साथियो के साथ किसी अपराध मे पकडा जाता है तो  हम तो जीते जी  मर जायेंगे! हम इसे परिवार से बेदखल कर रहे हैं, जल्द ही हम इस सम्बंध में अखबार में प्रकाशित भी करवाएंगे!
            अतः यदि भविष्य में ये कहीं कुछ भी अनैतिक करते हुए पकडा गया तो वो खुद जिम्मेदार है , हमारा उससे कोई सम्बंध नहीं है !
             आभार  सहित 
               सुनीता गुप्ता