'शान्ति दूत 'डोनाल्ड ट्रंप'
' मुझको चांद लाकर दो' !
ट्रंप का इतना कहना था कि व्हाइट हाउस के तमाम दरबारी दौड़ पड़े ! लिस्ट बनाकर न्यौता भेजने में रिस्क था, मेहमान लोग ईरान के शिकार बन सकते थे ! ट्रंप ने अपने पी ए से पूछा, - 'रात के डिनर पर आज किसका भेजा खाना है'?
' पाकिस्तान के जनरल आसिम मुनीर को बुला लेते हैँ, कई दिनों से यहीं पड़ा हुआ है! '
' ठीक से समझा देना, प्रपोजल उसी को देना है !मैं तो नोबल पुरस्कार के सर्वथा योग्य हूँ, पर क्या मुनीर प्रपोजल के लायक है?'
'भरोसा रखिए, वो इसी के लायक है! आप ज़मींदार हैं और आसिम मुनीर चारण, प्रपोजल के सर्वथा लायक ! हम उसका दिल दिमाग किडनी सब जांच चुके हैं, उस के चरित्र डाटा बेस में खुद्दारी का - 'ख'- भी नहीं है सर "!
ट्रंप मुस्करा ते हुए बोले, -' मुझे शांति का नॉवेल पुरस्कार तो मिल जाएगा न ' !
' काहे लघुशंका करते हो सर ! अल्फ्रेड नोबल जिंदा होते तो असंभव था, खुदा उन्हें जन्नत दे!'
'और,,,अब '?
' अब तो कोई शंका नहीं, गज़ा, यूक्रेन, आर्मेनिया से ईरान तक आपका डंका बज रहा है! '
हमारे दत्तक पुत्र 'इजराइल का नाम क्यूँ नहीं लिया "?
' उसका क्या नाम लेना सर, वो तो आपका लाडला लठेत है, लेकिन इस बार 85 साल के खलीफा ने उसके नट बोल्ट खोल डाले, पूरे बदन पर पट्टी बांधे घूम रहा है ! कल एक गाना गा रहा था, - ' ये क्या हुआ, कैसे हुआ, कब हुआ,,,छोड़ो यह न पूछो-'!
' इसका मतलब याददाश्त चली गई '!
'इतनी पिटाई में तो 'ब्रैनहेमरज' भी हो सकता था सर ! सोचिए, बुज़ुर्ग खलीफा के मिसाइल पूरे नौ स्पीड ब्रेकर पार कर के आते थे '!
' इसीलिए हमने इतनी जल्दी सीज़ फायर करवा दिया , बस अब जल्दी से शांति का नोबेल पुरस्कार दिला दो- ! इस पुरूस्कार के लिए मैंने तीन तीन 'गुफ़ा भंजक' बम मारे थे ! बम भी हमारे- शांति भी हमारी-! फायर और सीज़ दोनों में मोनोपोली-' !
तभी ट्रंप का एक निजी खानसामा अंदर आकर बोला, - ' जनरल आसिम मुनीर आया है-'!
' डिनर तो रात में है, अभी क्यों आया है, ख़ैर,,,,,आने दो '-!
15 सेकंड बाद आसिम मुनीर अंदर आकर ट्रंप के सामने फर्शी सलामी देते हुए बोले, -' क्या हुक्म है मेरे आका '!
' आज रात के डिनर के साथ पत्रकार सम्मेलन है, तुम्हें पता है न कि क्या प्रस्ताव रखना है-'!
' जी बंदा परवर ! आप जैसा कोई मेरी जिन्दगी में आये तो बात बन जाए-'!
ट्रंप के पी ए ने घूर कर देखा तो आसिम मुनीर की ट्यून बदल गई, - ' पूरी दुनियां में जंग करवाने और तुरंत शांति का कबूतर उड़ाने में, आग लगाने और सीज फायर कराने में हमारे आका का जवाब नहीं,,,,,, तुम्हीं ने दर्द दिया है, तुम्हीं दवा देना-'!
' ज़्यादा पकाओ मत, मुद्दे पर आओ' -पी ए धीरे से भुनभुनाया ,- 'पंच लाइन बोलो-'!
' हमारे आका के कैरेक्टर डाटा बेस में युद्ध और शांति दोनों के कीटाणु भरे पड़े हैं ! दिल के बहुत अच्छे हैं , इसलिए इनका दिल युद्ध के लिए हमेशा व्याकुल रहता है! जैसे ही जंग शुरू होती है, ये फौरन शांति दूत बन कर युद्ध विराम करा देते हैं! इतने महान हैं कि पूरी दुनियां खुशी के मारे कराह रही है ! आका जानते हैं कि 'सीज' करने के लिए "फायर' कितना जरूरी है! अभी देखा नहीं, जब इंडियन आर्मी हमें ढोल समझ कर पीट रही थी तो आका ने कैसे फोन करके हमें बचाया था ! हुकुम जी, क्या मैं आपको पापा कह सकता हूं '!
'नो' - ट्रंप ने सर हिलाया,- ' फिर तू व्हाइट हाउस के आसपास झुग्गी डाल के बैठ जायेगा-'!
पी ए ने मुनीर को डांट दिया, -' प्रेस कांफ्रेंस की बात करो , झुग्गी की नहीं '!
' मैं प्रपोजल दूँगा, - इस बार का नोबेल पुरस्कार उस महात्मा को दिया जाए जिसके नस नस मे खून की जगह युद्ध, शांति और सीजफायर दौड़ता रहता है! मेरा सुझाव है कि इस बार का नोबेल पुरस्कार उसी देव तुल्य महा मानव को दिया जाए-! इससे विश्व में शांति और इन्सानियत का एक नया युग शुरू होगा-! '
' अब तो महापुरुष का नाम बता दे - कब तक पकाएगा '! ट्रंप ने दांत पीसा !
मुनीर अभी भी एक प्रोफेसनल चारण की तरह बोल रहा था, -" यदा यदा ही धर्मस्य,,,,, खैर छोड़िए,,जब जब पृथ्वी पर 'फायर' का विकराल मॉनसून आएगा, तब तब B 52 के साथ एक महापुरुष अवतार लेंगे, और सारे फायर को सीज कर देंगे ! इस युग में उन्होनें, डोनाल्ड ट्रंप के नाम से अवतार ले लिया है! इसलिये, इस बार का नोबेल पुरस्कार जगत मुखिया महामहिम ट्रंप को दिया जाए, कैसी कही हुकुम -'!
'खूब कहीं' ट्रंप ने ताली बजाई !
डिनर में मुनीर वैसा ही किया , मगर अगले दिन सुबह न्यूज देखते ही उस ने सर पीट लिया ! शांति दूत के आदेश पर ईरान के 3 शहरों में स्थित परमाणु केंद्रों पर केब बस्टर बम गिरा दिया गया था ! इजरायल के विरोध में मुस्लिम जगत में चल रहे प्रदर्शनो में उबाल सा आ गया ! पाकिस्तान मे सरकार और जनरल आसिम मुनीर के विरोध में उग्र जनता सडकों पर उतर पडी ! आसिम मुनीर ने ट्रम्प के पैर पकड लिए,- 'आपने तो कहा था कि दो हफ्ते के लिये कोई जंग नहीं, फिर ऐसा क्यों डिसाइड किया दादा !
' नोबल प्राइज़ के लिए, बम गिराने के बाद ही शांति और सीजफायर का वैल्यू होता है, रोना पीटना बंद करो, पाकिस्तान जाओ-"!
" कैसे जाऊँ ! जनता जूते लिए सडकों पर मुझे ढूंढ रही है ! कल तक हमारी मीडिया ख़बर चला रही थी कि मेरे सुझाव पर आपने दो हफ्ते के लिए सीज फायर करवाया है , अब वो कह रहे हैं कि मेरे कहने से ही ईरान के एटॉमिक सेंटर पर बम गिराया गया ! घर वापसी कैसे करूँ , पाकिस्तान की जनता मेरी किडनी निकाल लेगी ! मैं तो धोबी का कुत्ता बन गया, घर का न घाट का !'
इतना कहकर आसिम मुनीर गाना गाने लगे ,-' ऐ मेरी फॅमिली और रिश्तेदारों ! मिरी याद में तुम न आँसू बहाना , न दिल को जलाना- मुझे भूल
जाना,,,,'!
] ट्रंप मुस्कराते हुए बोले - "डोंट वरी , तुम्हारी आवाज़ अच्छी है, तुम भूखे नहीं मरोगे -!'
[ Sultan Bharti ]
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