Monday, 7 August 2023

(व्यंग्य "भारती") "गुंडा" रक्षक दल !

व्यंग्य "भारती"
सियासत की नाभि मे "गुंडा"

           'मंगनी राम' दरोगा अभी गुटखे का ठीक से आनंद भी नहीं ले पाए थे कि हेड कांस्टेबल नकछेद ने आकर सूचना दी, - ' चार जेन्ट्लमैंन आए हैं "!
    मंगनी राम ने गुटखे की पिचकारी मारते हुए कहा-" का  प्रॉब्लम है?"
       " पड़ोसी राज्य से आए हैं,  " मंगू मवाली" के बारे में जानकारी चाहते हैँ "!
      " बुला लो "! 
सादी वर्दी में पड़ोसी राज्य से चार पुलिस वाले आए थे आए हुए एक सब इंस्पेक्टर ने कहा,- ' का करें ! हम जानते हैं कि मंगू मवाली गुंडा है और दोनों  लड़कों को उसी ने जिंदा जलाकर मार डाला था, पर उसे हमारे इलाके में ये सब करने की क्या जरूरत थी? इस दंगा के बाद  हमारे ऊपर बड़ा दबाव है ! थोड़ा हेल्प करिए!"
   मंगनी राम ने गले मे फंस रहे गुटखे को फिर थूक दिया-' हम भी धर्म संकट में हूँ! ऊपर से दबाव है कि उसे हर उस जगह तलाशा जाए, जहां वो बिल्कुल नहीं है, बूझा का?"
      " दिल्ली से दबाव है, दंगा के बाद 

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