खास आदमी के पैदा होने की दो मख्सूस जगह होती है, वह प्राइवेट अस्पताल में पैदा होना पसंद करता है या प्राइवेट नर्सिंग होम में ! ( वैसे पैदा होने की उसकी पहली प्रायोरिटी विदेश में होती है, जिससे वो ग्रीनकार्ड का हकदार बन सके ! ) इसके मुकाबले आम आदमी को पैदा होने के लिए बेशुमार ऑप्शन होते हैं, सबै भूमि गोपाल की ! वो झाड़ी,जंगल,नदी,नाला, थर्ड क्लास ट्रेन का डब्बा,सड़क,खेत, खलिहान फैक्ट्री आदि कहीं भी पैदा हो सकता है!( बहुत किस्मत वाला हुआ तो सरकारी अस्पताल में आंख खोलता है।)
आम आदमी के पैदा होने पर सिर्फ मा बाप खुश होते हैं! ( कभी कभी रिश्तेदार भी खुश होते हैं।) ख़ास आदमी के पैदा होने पर मां बाप से ज़्यादा अस्पताल का स्टाफ खुश होता है, भिखारी और मंदिर का पुजारी दोनोंखुश होते है,और कुछ पड़ोसी बाप से भी ज़्यादा खुश होते हैं ! आम आदमी की पढ़ाई सरकारी स्कूल और हिंदी मीडियम से शुरू होती है, और ख़ास आदमी की पढ़ाई प्राइवेट स्कूल और इंग्लिश मीडियम से ! ( जाने फिर क्यों सताती है दुनियां मुझे,,,,,,!!)
अगला एपिसोड , पढ़ाई खत्म - आम आदमी मजदूर बनता है और ख़ास आदमी मिल मालिक ! आम आदमी की किस्मत में आम बीमारियां दाख़िल होती हैं- जैसे टीबी, खांसी, बुखार, हैजा ,हाथी पांव, भुखमरी, शोषण, खराद मशीन का बुरादा और अकाल मौत ! खास आदमी की बीमारी भी ख़ास और इंपोर्टेड होती है, जैसे - सिफ्लिस, गिनोरिया, एड्स, हाई ब्लड शुगर और स्वाइन फ्लू आदि ! ( वर्तमान में लाई गई आयातित बीमारी कोरोना भी ख़ास आदमी की दें है!)
आम आदमी अरेंज मैरिज करता है, ख़ास आदमी लव मैरेज ! आम आदमी " एको नारी ब्रह्मचारी " का पालन करता है, ख़ास आदमी की लाइफ में अक्सर बीबी कम वैलेंटाइन ज़्यादा होती हैं !आम आदमी की बीबी कम कपड़े पहने तो मजबूरी, ख़ास आदमी की वाइफ लंगोट में घूमे तो मॉडल कहलाए !
आम आदमी कमाता है, ख़ास आदमी खाता है । आम आदमी वोट देता है, ख़ास आदमी सरकार बनाता है! आम आदमी बस चलाता है- ख़ास आदमी बी एम डब्लू! आम आदमी मालिश करता है ख़ास आदमी करवाता है ! आम आदमी कानून से डरता है ख़ास आदमी कानून से खेलता है ! आम आदमी को " विकास दूबे" बना कर कभी कभी ख़ास आदमी उसे जुर्म की दुनियां का सितारा बनाता है और रोल खत्म होने पर उसके ज़िंदगी की गाड़ी को उलट देता है !
आम आदमी धार्मिक होता है , ख़ास आदमी धर्माधिकारी ! आम आदमी को संतोषम परम सुखम् की शिक्षा दी जाती है! सारी नैतिक मूल्यों की स्थापना और रखवाली उसी की ज़िम्मेदारी है ! आम आदमी पेट काटकर बैंक में पैसा जमा करता है, ख़ास आदमी बैंक की आबरू लूटकर" विजय माल्या" हो जाता है!
हरी अनंत हरि कथा अनंता,,,,,,! आम आदमी जमूरे हो कर जी रहा है और ख़ास आदमी मदारी ! ख़ास आदमी के कहने पर आम आदमी ताली, थाली और घंटा बजा कर कोरोना को आकर्षित कर रहा है ! कालचक्र जारी है,- आम आदमी (अपने अनजान पाप को धोने के लिए ) तीर्थ यात्रा पर जा रहा है,और,,, ख़ास आदमी ( अपने पाप की गठरी को स्विस बैंक में जमा करने के लिए) विदेश यात्रा पर जा रहा है!!शायद,,,,,,
यही विधि का विधान है !!